निर्वाचन आयोग के निर्देश पर हटाए गए डीएम नान रीवा

सीएम से भी भाजपा विधायक ने की थी शिकायत

निर्वाचन आयोग के निर्देश पर हटाए गए डीएम नान रीवा

रीवा @खबरिया |  रीवा नागरिक आपूर्ति निगम के जिला प्रबंधक देवेंद्र तिवारी को निर्वाचन आयोग के निर्देश पर हटा दिया गया है।हाल ही रीवा दौरे पर आए मुख्यमंत्री मोहन यादव से विधायक सिध्दार्थ तिवारी राज ने देवेंद्र तिवारी की शिकायत करते हुए हटाने की मांग की थी। इसके बाद निर्वाचन आयोग में शिकायत के बाद कार्यवाही की गई।सोमवार को महाप्रबंधक स्थापना द्वारा जारी आदेश में बताया गया की कार्यालय मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी म.प्र. द्वारा पत्र क्रमांक/570/04-05/ शिका./ लो.स./2024/5323 दिनांक 08/04/2024  देवेन्द्र तिवारी, जिला प्रबंधक, नागरिक आपूर्ति निगम, जिला रीवा की प्रतिनियुक्ति समाप्त कर उनकी सेवायें मूल विभाग में सौंपने अथवा उन्हें संसदीय क्षेत्र रीवा की सीमा से अन्यत्र स्थानांतरित करने बावत निर्देशित किया गया है।उक्त निर्देश के अनुक्रम में देवेन्द्र तिवारी जिला प्रबंधक, क्षेत्रीय प्रबंधक रीवा को आगामी आदेश तक तत्काल प्रभाव से स्थानांतरित कर,मुख्यालय भोपाल में पदस्थ किया जाता है।देवेन्द्र तिवारी जिला कार्यालय का प्रभार सपना त्रिपाठी प्रभारी जिला खाद्य अधिकारी रीवा को सौंपकर तत्काल कार्यमुक्त होकर अगले कार्य दिवस में मुख्यालय में उपस्थित हों।

कांग्रेस प्रत्यासी के पक्ष में प्रचार का आरोप 

भाजपा के प्रदेश संयोजक निर्वाचन आयोग ने शिकायत की थी कि देवेन्द्र तिवारी मूलतः विधानसभा के कर्मचारी हैं।इनकी पत्नी पूर्णिमा तिवारी जिला पंचायत सदस्य हैं एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी की सदस्य भी हैं।पति पत्नी दोनों रीवा लोकसभा में कांग्रेस प्रत्यासी का प्रचार-प्रसार खुलेआम कर रहें हैं, इसके अतिरिक्त देवेन्द्र तिवारी कांग्रेस प्रत्याशी के लिए व्यय धनराशि भी एकत्रित कर रहें हैं।शासकीय कर्मचारी द्वारा खुलेआम कांग्रेस के पक्ष में प्रचार किया जा रहा है जो गलत है।विधानसभा के किसी भी कर्मचारी की मैदानी नियुक्ति चुनाव के समय में न्यायसंगत नहीं है। इस शिकायत पर प्रदेश निर्वाचन आयोग ने त्वरित कार्यवाही करते हुए देवेंद्र तिवारी जिला प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम को हटाने का निर्देश दिया गया। ज्ञात हो की देवेंद्र तिवारी के ससुर रमाशंकर मिश्रा ने हाल ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा ज्वाइन की है उनके ऊपर भी देवेंद्र के पक्ष में पैरवी करने का आरोप है।