सिंधिया की राह पर रीवा के सिद्धार्थ के तेवर

ठीक इसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी किया था। पहले उन्होंने अपना बायो बदला फिर पार्टी से बगावत कर दिया।

सिंधिया की राह पर रीवा के सिद्धार्थ के तेवर

रीवा @ खबरिया. कांग्रेस टिकट घोषित करने के लिए मुहूर्त का इंतजार कर रही है। इधर नेताओं का सब्र टूट रहा है। त्योंथर सीट से दावेदारी पेश कर रहे सिद्धार्थ तिवारी को हाल ही में अचानक से संगठन का महामंत्री बनाए जाने से हलचल तेज हो गई है। सामान्यतौर पर कोई बड़ा पद मिलने पर नेताओं के समर्थक जश्न मनाते हैं, लेकिन सिद्धार्थ के समर्थक यह पद मिलते ही आग बबूला हो गए हैं। दर्जनभर से अधिक पदाधिकारियों ने इस आशंका में इस्तीफा सौंप दिया है कि उनका टिकट पार्टी काटने जा रही है तो वह पार्टी के साथ नहीं रहेंगे। अब सोशलवार शुरू हो गया है। कोई भाजपा ज्वाइन करने की बात कर रहा तो कोई बसपा या निर्दलीय प्रत्याशी बता रहा है। उधर, सिद्धार्थ ने भी सोशल मीडिया पर अपने अकाउंट में कांग्रेस शब्द को संशोधित करते हुए सिद्धार्थ विंध्य कर दिया है। ठीक इसी तरह ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी किया था। पहले उन्होंने अपना बायो बदला फिर पार्टी से बगावत कर दिया। सिद्धार्थ के अगले कदम पर पार्टी और उनके समर्थकों की नजर है। कुछ पुराने समर्थकों का कहना है कि उनके दादा श्रीनिवास तिवारी के सामने भी विपरीत परिस्थितियां आईं, लेकिन वह कांग्रेस में अडिग रहे।